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इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स : भारत की ज़रूरत
नीति आयोग ने एक गंभीर चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि भारत इतिहास में अपने “सबसे खराब” जल संकट का सामना कर रहा है और साथ ही आशंका व्यक्त की है कि अगर वर्ष 2030 तक जल संरक्षण के लिये पर्याप्त कदम नहीं उठाए गये तो पीने योग्य पानी की मांग को पूरा करना मुश्किल हो जाएगा।
प्रमुख बिंदु
जल संकट की घटनाओं को देखते हुए विभिन्न नीतिगत कदमों के साथ-साथ तकनीक का प्रयोग करना उचित कदम साबित हो सकता है।प्रमुख रूप से स्मार्ट मीटर पर विचार किया जा सकता है जो वास्तविक समय में व्यक्तिगत जल खपत की रीडिंग और लीक का पता लगाने तथा पानी की आपूर्ति को दूर से ही बंद करने में सक्षम हैं।इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स की अवधारणा के अनुप्रयोग
यह इंटरनेट पर रिमोट मॉनीटरिंग की अनुमति देता है इसके द्वारा स्मार्ट मीटर का उपयोग जल उपचार प्रणाली का विश्लेषण करने और किसी भी समय एवं कहीं से भी इसे नियंत्रित करने के लिये किया जा सकता है।
फसलों हेतु पानी, नल के पानी की गुणवत्ता, नदी में फैंके जाने वाले अपशिष्ट की मात्रा या रिसाव का पता लगाने और यहाँ तक कि जलाशयों में जल स्तर की विविधता आदि की निगरानी के लिये भी किया जा सकता है।
रिसर्च फर्म आईएचएस मार्किट ने भविष्यवाणी की है कि आगामी पाँच वर्षों में 500 मिलियन से अधिक स्मार्ट वॉटर मीटर इकाइयों को विश्व स्तर पर बेचा जाएगा।
इसके अलावा, एक स्मार्ट शहर के लिये आईओटी ऊर्जा आधारित स्मार्ट पानी और ऊर्जा मीटर कुछ ऐसे उदाहरण हैं, जिससे वे लाभान्वित हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत में वर्ष 2020 तक 1.9 बिलियन डिवाइस कनेक्ट किये जाने की उम्मीद है जो वर्तमान में 60 मिलियन हैं।
आईओटी इंडिया कॉन्ग्रेस 2018 के अनुसार, भारत के आईओटी बाज़ार का दूरसंचार, स्वास्थ्य, वाहन, घरों, शहरों और कंप्यूटर जैसे क्षेत्रों में वर्ष 2016 के $ 1.3 बिलियन से बढ़कर 2020 तक 9 अरब डॉलर हो जाने की उम्मीद है।
यूटिलिटीज, विनिर्माण, मोटर वाहन और परिवहन तथा लॉजिस्टिक जैसे उद्योगों को भारत में सबसे अधिक स्तर पर अपनाए जाने के साथ ही स्वास्थ्य देखभाल, खुदरा और कृषि जैसे क्षेत्रों में भी आईओटी में महत्त्वपूर्ण प्रगति की उम्मीद है।
अगले पाँच वर्षों में 100 स्मार्ट शहरों के विकास के लिये $ 1 बिलियन का सरकारी निवेश भी उद्योगों को आईओटी अपनाने हेतु प्रोत्साहित करेगा।
आईबीएम, सिस्को, क्वालकॉम जैसी बड़ी कंपनियों और भारतीय स्टार्ट-अप के कई मेजबानों ने आईओटी अंतरिक्ष में निवेश शुरू कर दिया है।
उदाहरण के लिये जर्मन तकनीकी प्रमुख बॉश, भारत में अगले तीन वर्षों में ₹ 1,700 करोड़ के निवेश करने की तलाश में हैं जो आईओटी और कृत्रिम बुद्धिमता पर केंद्रित है।
हालाँकि, जर्मन कंपनी ही नहीं, अपितु भारतीय दूरसंचार उद्योग भी आईओटी में भारी निवेश कर रहा है।
प्रोफेसर दीपक कुमार, प्राध्यापक आईटीएम नीति आयोग ने एक गंभीर चेतावनी जारी लेखक इस विषय के महान ज्ञाता एवं एक्सपर्ट है। दीपक कुमार इस विषय पर इंटरनेशनल जर्नल में पेपर प्रकाशित कर चुके है।
Politics
भयमुक्त व निष्पक्ष चुनाव को लेकर जिले में धारा 144 लागू,जिलाप्रशासन मुस्तैद
लोकतंत्र न्यूज़ नेटवर्क, सिवान-;
आसन्न लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के निमित चुनाव प्रचार की अवधि समाप्त होने के अवसर पर आज दिनांक 23/05/2024 को समाहरणालय स्थित सभागार में अपराहन 06 बजे से जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी सिवान तथा पुलिस अधीक्षक सिवान द्वारा प्रिंट एवम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियो के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया। जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर मीडिया का ध्यान आकृष्ट किया। यथा –
तीन स्तरीय सुरक्षा के बीच मतदान केंद्रों पर डाले जायेंगे वोट।
- प्रेस वार्ता में उन्होने स्पष्ट किया कि-सुबह 07 बजे से शाम 06 बजे तक डाले जा सकेंगे वोट।
सीवान जिला में छठवें चरण में 25 मई 2024 को होनेवाले मतदान को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।सभी मतदाताओं के घर तक मतदाता पर्ची वितरित करने का कार्य पूरा कर लिया गया है।यह पर्ची मतदान के लिये अनिवार्य नहीं है,इसके बिना भी किसी को मतदान से वंचित नहीं किया जा सकता है। चुनाव प्रचार शाम पांच बजे समाप्त हो गया। धारा 144 पूरी तरह प्रभावी है। असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।मतदान केंद्रों पर तीन स्तरीय सुरक्षा के इंतजाम होंगे। इसमें अर्धसैनिक बल, जिला पुलिस व होमगार्ड की तैनाती रहेगी।. जिले के होटलों व लॉज में सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है।जिससे की किसी भी तरह के संदिग्ध लोगों की पहचान कर त्वरित कार्रवाई की जा सके।जिले के 1015 संवेदनशील स्थानों को चिह्नित किया गया है, जहां विशेष नजर रखी जा रही है।.इन स्थानों पर केंद्रीय सशस्र बलों को तैनात किया जायेगा। अब तक 14 हजार 436 लोगों से बांड भरवाये जा चुके है ,पुलिस कार्रवाई के दौरान 17 अवैध हथियार व 38 कारतूस जब्त किये गये है,79 हजार 979 लीटर शराब जब्त किये गये है।
मतदान के दिन के लिये विधानसभावार कंट्रोल रूम बनाये गये हैं ।जहां से मतदान से संबंधित किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जायेगी ।.आंबेडकर भवन में बनाये गये कंट्रोल रूम में वरीय पदाधिकारी तैनात किये गये हैं,विधानसभा क्षेत्र सीवान सदर के कंट्रोल रूम का फोन नं. 06154 242000 तथा जीरादेई कंट्रोल रूम का फोन नं.06154242310 है. जिसके इंचार्ज वरीय उप समाहर्ता विकास कुमार को बनाया गया है,जिनका मोबाइल नंबर 9315979531 है।. इसी तरह दरौली कंट्रोल रूम का नंबर 06154 242410 व रघुनाथपुर के लिये 06154 242420 है.जिसकी प्रभारी डीपीओ आईसीडीएस श्रीमति तारणी कुमारी को बनाया गया है ,जिनका मोबाइल नंबर 9431005032 है। दरौंदा के कंट्रोल रूम का फोन नंबर 06154 242430 व बड़हरिया के लिये फोन नंबर 06154 291313 है ,इसके प्रभारी जिला समाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक हिमांशू पांडे को बनाया गया है,जिनका मोo नंबर 9773607414 है।उधर गोरयाकोठी के लिये बनाये गये कंट्रोल रूम का नंबर 06154 291327 तथा महाराजगंज के लिये फोन नंबर 06154 242440 जारी किया गया है,जिसके प्रभारी अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सीवान आलेख कुमार शर्मा को बनाया गया है.जिनका मोo.नंo 8400233991है।
इसके अलावा विधानसभावार 65 जोनल दंडाधिकारी, 291 सेक्टर पदाधिकारी के साथ ही 24 त्वरित कार्यबल तैनात रहेंगे, ताकि शांतिपूर्ण, भयमुक्त एवम निष्पक्ष तरीके से चुनाव संपन्न कराया जा सके।इस अवसर पर उप निर्वाचन पदाधिकारी सिवान, विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय शाखा सिवान, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी सिवान, नोडल पदाधिकारी मीडिया/एमसीएमसी/पैड न्यूज कोषांग तथा अवर निर्वाचन पदाधिकारी सिवान सदर सहित प्रिंट एवम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
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Inclusive Education Need for Curriculum Development विषय पर एक दिवसीय सतत पुनर्वास शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित
समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण केन्द्र (सी.आर.सी.) – गोरखपुर (एन.आई.ई.पी.वी.डी.) दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मन्त्रालय, भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन माध्यम से Inclusive Education Need for Curriculum Development विषय पर एक दिवसीय सतत पुनर्वास शैक्षिक कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया।
इस कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों एवं राज्यों से पुनर्वास व्यावसायिकों ने प्रतिभाग किया ।
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डीएम ने सदर अस्पताल का किया औचक निरीक्षण,ड्यूटी से गयाब नेत्र चिकित्सक से मांगा स्पष्टीकरण
लोकतंत्र न्यूज़ नेटवर्क, सिवान-; आइएएस मुकुल कुमार गुप्ता के सिवान में बतौर जिलाधिकारी पदभार संभालने के साथ ही सरकारी विभागों में हड़कंप मचा हुआ है।डीएम के इस कार्यशैली से एकतरफ जहां आम जनता मुग्ध होकर भूरी-भूरी प्रशंसा कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ सिविल सर्जन से साठ गांठ कर रोस्टर ड्यूटी से हमेशा गायब रहने वाले भ्रष्ट कर्मचारियों एवं भ्रष्ट डॉक्टरों में बेचैनी देखी जा रही है।इसका कारण यह है कि जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता पदभार संभालने के साथ ही कार्यालयों का लगातार औचक निरीक्षण कर रहे हैं।इसी क्रम में डीएम श्री मुकुल कुमार गुप्ता के द्वारा शुक्रवार को सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया। इस क्रम में विभिन्न वार्डों यथा ICTC केंद्र, MCH Ward, Male Ward, Emergency Ward, X-Ray, Pathology, NCD रूम, Dialysis,OPD केंद्र Postmartom/Injury का निरीक्षण किया गया।
साथ ही सदर अस्पताल में पानी व्यस्वथा, जेनेरेटर की व्यवस्था, मरीजों के बेड आदि की व्यवस्था की जाँच की
गयी जो संतोषजनक पाया गया। वहीं अस्पताल परिसर में साफ – सफाई की व्यवस्था असंतोषजनक पाया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा BHM को चेतवानी दी गई कि पुरे अस्पताल की नियमित साफ – सफाई होनी चाहिए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट को पंजी में ससमय संधारित नहीं होने के कारण जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा निराशा जताई गई एवं निदेश दिया गया कि ऐसे मामलो की सूची तैयार की जाए। चिकित्सा अभिलेखों की जाँच की गई एवम पाया गया कि injury रिपोर्ट लिखने में अनियमिता बरती जाती है इस पर जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा निराशा जताई गयी एवम चिकित्सा अभिलेखों को ससमय और सुचारु रूप से लिखने का निदेश दिया गया।
ART केंद्र/ ICTC की जाँच की गयी एवम पाया गया की ससमय दवाइयाँ एवम जाँच की जाती है।
OPD – नेत्र, महिला opd , अल्ट्रासाउंड आदि की जाँच की गयी।
OPD के निरीक्षण के क्रम मे पाया गया की वाह्य विभाग ड्यूटी रोस्टर के हिसाब से चिकित्सक अपने ड्यूटी पर उपस्थित नही थे। नेत्र – OPD के चिकित्सक अनुपस्थि पाए गए। जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन को नेत्र -OPD चिकित्सक डॉ शशांक कुमार से स्पष्टीकरण करने का निदेश दिया।
प्रसव रूम एवं लेबर रूम का निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के क्रम में पाया गया की प्रसव रूम में साफ – सफाई नहीं थी।जिला पदाधिकारी द्वारा क्वालिटी चेकर एवं BHM को प्रसव रूम का नियमित निरीक्षण कर सुव्यवस्थित ढंग से रख – रखाव एवं साफ – सफाई करने का निदेश दिया ऐसा नहीं होने पर उनपर कड़ी करवाई की जायेगी।
साथ ही अस्पताल में आयुष्मान योजना के लाभ पाने आये आवेदक से मिले। जिला पदाधिकारी ने DPM (स्वास्थ्य) को आवेदक को जल्द से जल्द योजना का लाभ देने के लिए निदेशित किया।
प्रभारी जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, सिवान।