उत्तर प्रदेश
18790 स्वास्थ्य कर्मी व 18034 फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण हुआ
महराजगंज। कोरोना बचाव के लिए शासन और प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। कोरोना जांच के साथ-साथ कोविड टीकाकरण पर भी विशेष जोर है। बीते साढ़े चार माह (16 जनवरी से 4 जून तक ) में जिले में करीब 1.89 लाख लोगों को कोविड का टीका लगाया जा चुका है।अब पहली जून से 18 वर्ष से 44 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.आईए अंसारी ने बताया कि जिले में बीते 16 जनवरी से कोविड टीकाकरण शुरू किया गया। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका लगाया गया। इसके तहत लिए जिले में कुल 18790 स्वास्थ्य कर्मी व 18034 फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण हुआ है। इसके बाद 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 73232 लोगों को टीका लगाया गया। फिर 45 वर्ष से 60 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का 75733 लोगो का टीकाकरण हुआ। अब पहली जून से 18-44 वर्ष के लोगों के टीकाकरण के लिए अभियान चलाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से एक और अनूठी पहल हुई है जिसके तहत अभिभावकों के साथ-साथ महिलाओं के टीकाकरण के लिए विशेष टीकाकरण सत्र की व्यवस्था की जा रही है
——-
महिलाओं के लिए भी आयोजित होगा विशेष सत्र
डीआईओ ने बताया कि अभिभावक विशेष टीकाकरण सत्र की भांति अब आठ जून से 18-44 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं के लिए भी विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित किया जाएगा।
——–
1.51 लाख से अधिक लोगों ने ली पहली डोज
यूएनडीपी के प्रतिनिधि जिला कोल्ड चेन मैनेजर नागेन्द्र कुमार पाण्डेय ने बताया कि जिले में करीब 1.51लाख लोगों ने टीके की पहली डोज तो करीब 38125 लोगों ने दूसरी डोज भी लगवा ली है। वैक्सीन की उपलब्धता, खर्च तथा तापमान की ऑनलाइन मॉनिटरिंग इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलीजेंस नेटवर्क(ईवीआईएन) के माध्यम से की जाती है।
———
सुबह शाम होती है समीक्षा
कोरोना जांच और कोविड टीकाकरण के संबंध में जिलाधिकारी डॉ.उज्ज्वल कुमार द्वारा सुबह शाम समीक्षा की जाती है। समीक्षा बैठक में सीडीओ गौरव सिंह सोगरवाल, सीएमओ डॉ.अशोक कुमार श्रीवास्तव और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.आईए अंसारी प्रमुख रूप से मौजूद रहते हैं।
Tech
Inclusive Education Need for Curriculum Development विषय पर एक दिवसीय सतत पुनर्वास शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित
समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण केन्द्र (सी.आर.सी.) – गोरखपुर (एन.आई.ई.पी.वी.डी.) दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मन्त्रालय, भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन माध्यम से Inclusive Education Need for Curriculum Development विषय पर एक दिवसीय सतत पुनर्वास शैक्षिक कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया।
इस कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों एवं राज्यों से पुनर्वास व्यावसायिकों ने प्रतिभाग किया ।
उत्तर प्रदेश
सीआरसी गोरखपुर में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
लोकतंत्र न्यूज़ नेटवर्क, गोरखपुर-; सीआरसी गोरखपुर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। इस अवसर पर स्थानीय महाराणा प्रताप बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या सुश्री कृष्णा चटर्जी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रही। सुश्री चटर्जी ने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं तथा हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उनके कार्यों की सराहना और सम्मान करें। बतौर विशिष्ट अतिथि सेंट जोसेफ कॉलेज फॉर वूमेन की सहायक प्राध्यापक प्रीति दुबे एवं सावित्री कॉलेज आफ नर्सिंग की सहायक प्राध्यापक सुश्री प्रतीक्षा जाॅन भी उपस्थित रही। सीआरसी गोरखपुर के निदेशक श्री जितेंद्र यादव ने कहा कि आज यदि महिलाएं जीवन के हर क्षेत्र में प्रगति कर रही हैं तो हमें सकारात्मक सोच रखते हुए सहयोग करना चाहिए। जिससे उनको बराबरी का हक मिल सके। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक सुश्री संध्या सिंह ने किया इस अवसर पर बड़ी संख्या में दिव्यांगजन और उनके अभिभावक, सुश्री अजीता श्रीवास्तव एवं संगीता गुप्ता सहित सीआरसी गोरखपुर के सभी अधिकारी कर्मचारी गण मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार ने सीआरसी गोरखपुर के नए प्रशासनिक भवन का किया उद्घाटन
लोकतंत्र न्यूज़ नेटवर्क, गोरखपुर-;
केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने बुधवार को सीआरसी गोरखपुर कब नये प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया।विकलांग व्यक्तियों के पुनर्वास में उत्कृष्टता की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।इस उद्घाटन समारोह के आयोजन में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री भारत सरकारडॉ. वीरेंद्र कुमार,गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला सहित अन्य विशिष्ट अतिथिगण मौजूद रहे।
उद्घाटन समारोह के दौरान, सम्मानित अधिकारियों, विशेष रूप से राजेश अग्रवाल (आईएएस), डीईपीडब्ल्यूडी के सचिव राजेश यादव (आईएएस), डीईपीडब्ल्यूडी के संयुक्त सचिव व डीईपीडब्ल्यूडी के संयुक्त सचिव राजीव शर्मा (आईएफओएस) की भी गरिमामयी मौजूदगी ने वस्तुतः इस अवसर का महत्व बढ़ाया।