खेल
डिफरेंटली -एबल्ड किक्रेट एसोसिएशन सिवान का अध्यक्ष बने बीजेपी चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश सदस्य डॉ रामेश्वर सिंह
सीवान:-सारण के प्रसिद्ध सर्जन डॉ रामेश्वर सिंह वैसे तो समाजसेवा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने को लेकर सदैव चर्चा में रहते हैं।आम लोगो में उनकी खूब प्रशंसा होती है,लेकिन इस बार दिव्यांगों के प्रति काम करने की चाहत को लेकर वे काफी चर्चा में है।लोगों का कहना है कि डॉ साहब जैसे व्यक्ति जब आगे आ जायेंगें ,तब कोई भी दिव्यांग बच्चा विकास से वंचित नहीं रह जायेगा। क्रिकेट का खेल दिव्यांगों को मुख्यधारा से जोड़ने का सही माध्यम बनाया जा सकता है। डिफरेंटली एबल्ड किक्रेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के अध्यक्ष राकेश कुमार गुप्ता एवं उत्तर बिहार जोन के अध्यक्ष आलोक कुमार सिंह,उपाध्यक्ष निरंजन कुमार ने सयुंक्त रूप से डॉ रामेश्वर सिंह को पुष्पगुच्छ एवं अंग वस्त्र देकर एसोसिएशन में स्वागत किया। ज्ञात हो कि कुछ महीनों से अस्तित्व में आया यह एसोसिएशन सिवान में दिव्यांग क्रिकेट का प्रदर्शनी मैच का आयोजन भी कर चुका है इसके साथ ही दिव्यांग खिलाड़ियों का ट्रॉयल भी किया गया है।इसके पहले जिलाध्यक्ष डॉ संजय सिंह के इस्तीफा देने के बाद यह पद रिक्त था बुधवार को डॉ रामेश्वर सिंह दूसरे जिला अध्यक्ष के रूप में मनोनयन हुआ है।
सनद रहे कि सिवान शहर के श्री साईं मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के चेयरमैन डाक्टर रामेश्वर सिंह एक बहुत सफल सर्जन हैं और समाजसेवा में निरंतर लगे रहते हैं ।वे समाज के हाशिये के लोग को मुख्यधारा में जोड़ने हेतु निरंतर लगे रहते हैं। गरीबों के हितार्थ हमेशा तत्पर रहते हैं। इनके इस प्रयास व कार्य की चर्चा लोगों के बीच खूब होती है ।सिवान के लोग डॉ रामेश्वर को बहुत पसंद करते हैं।वैसे तो डॉक्टर को धरती का भगवान का रूप कहा जाता है। डॉ रामेश्वर डॉक्टर शब्द के इस अर्थ को भी सार्थक करते हैं।
कौन है प्रसिद्ध सर्जन डॉ रामेश्वर सिंह
देश के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी डॉ राजेन्द्र प्रसाद का जन्म बिहार के सिवान जिले एक छोटे से गांव जीरादेई में हुआ था।जीरादेई गांव से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर गोपालगंज जिले के बरौली प्रखंड के सरार गांव के किसान कामेश्वर सिंह के एकलौते पुत्र डाक्टर रामेश्वर सिंह जन्म ३० मई 1997 को हुआ था।।बचपन से ही एकदम सरल स्वभाव के थे ।गुदरी के लाल रामेश्वर सिंह उनकी एकमात्र बहन सिल्क सीसमीरा है। जो मुंबई में रहती है। रामेश्वर सिंह ने अपनी स्कूली शिक्षा सरार गांव में और मैट्रिक डीएवी गोपालगंज से की थी। इंटर साइंस से बिहार नेशनल कॉलेज पटना से करने के बाद पटना साइंस कॉलेज से भूगर्ग शास्त्र से स्नातक की डिग्री लेकर महाराष्ट्र आ गए ।जहां उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री सेवा ग्राम वर्धा से ली है। उसके बाद स्नातकोत्तर ऑर्थो में के साथ डीएनबी – ऑर्थोपेडिक्स की डिग्री भी ली। सेवा ग्राम वर्धा इंडिया का ऐसा प्रथम कॉलेज था , जहां साथ में गाँधी विचार के पढ़ाई साथ ही होती थी।
गोपालगंज के बरौली प्रखंड के सरार गांव से अब तक का सफर
स्नातकोत्तर की डिग्री के बाद सर्जन डॉ रामेश्वर सिंह का पहला जॉब आगा खान हेल्थ सर्विस में लगा था। जो समाज सेवा के कार्यो में एक एनजीओ के रूप में कार्य का रहा था। उनका पहली पोस्टिंग गुजरात के सूरत जिले के बारडोली में हुआ जहां रूरल क्षेत्रों में गरीबो एवं वंचितों के बीच पहला कार्य करने का पहला मौका मिला था। एक साल के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल हॉस्पिटल में भी अपनी सेवा देते रहे। इसके बाद अपने गृह क्षेत्र सिवान के सदर हॉस्पिटल में सरकारी सेवा में नियुक्त हो गए। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुडकर नहीं देखा। सिवान में श्रीसाई मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल की स्थापना की।
सामाजिक जीवन में जुड़ाव
उन्होंने पहली जॉब रूरल क्षेत्रों में किया जहां पर ग्रामीण परिवेश में कार्य करने की इच्छा शक्ति जागृत हुई। समाज के हाशिये के लोग को मुख्यधारा में जोड़ने हेतु निरंतर लगे रहते थे ।गरीबो के लिए हमेशा तत्पर रहते है। इनके इस प्रयास व कार्य की चर्चा लोगों के बीच खूब होती है ऐसे तो डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है।लेकिन गरीबो के लिए भगवान के रूप में ख्याति प्राप्त है। जो किसी भी विषय पर बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते हैं । सरलता सहजता और बेदाग चरित्र ही इनकी पहली पहचान है ।उनके मधुर वाणी में संयम हमेशा देखने को मिलती हैं । क्रिकेट खेलने में भी एकदम फिट , प्रेरक वक्ता भी हैं ,इसी विशिष्ट गुणों के वजह से सारण में काफी लोकप्रिय है। बर्तमान में डिफरेंटली एबल्ड किक्रेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सिवान इकाई के अध्यक्ष भी है। जो समाज में दिव्यांग क्रिकेट के लिए कार्य करता है।
राजनीतिक सफर में जुड़ाव
सिवान सदर विधानसभा से प्लुरल्स पार्टी के उम्मीदवार के रूप में 2020 में चुनाव भी लड़े थे। इसके बाद उन्होंने बीजेपी को ज्वाइन कर लिया । अभी बर्तमान में बीजेपी चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश सदस्य है।
अंतरराष्ट्रीय
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दयानंद आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित
10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दयानंद आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अस्पताल परिसर स्थित योगा हाल में योग अभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत आए हुए अतिथियों महाविद्यालय के शासी निकाय के सचिव रामानंद पांडेय, पूर्व प्राचार्य डॉ प्रजापति त्रिपाठी, डॉ मधुसूदन, मोहन शर्मा एवं प्राचार्य प्रोफेसर डॉ सुधांशु शेखर त्रिपाठी के द्वारा दीप जलाकर एवं भगवान धन्वंतरि के तैल चित्र पर पुष्पांजलि कर किया गया। सभी अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया गया। योगाभ्यास शिविर में आए हुए शहर के गणमान्य व्यक्तियों एवं महाविद्यालय तथा अस्पताल के शिक्षको, चिकित्सको ,कर्मचारियों को महाविद्यालय के योगाचार्य डॉ अखिलेश्वर तिवारी ने योग के आसनों का अभ्यास कराया। योगाभ्यास के दौरान योग के आसनों का प्रदर्शन महाविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं डॉ आनंदी, डॉ माधवी, डॉ जया, डॉ राहुल, प्रशांत ने किया। योगाभ्यास शिविर में आए हुए महिला एवं पुरुषों के स्वस्थ रहने की कामना करते हुए महाविद्यालय के सचिव रामानंद पांडे ने कहा कि आज के युग में योग हर व्यक्ति की जरूरत बन गई और योग के द्वारा ही सभी व्यक्ति अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। पूर्व प्राचार्य डॉ प्रजापति त्रिपाठी ने आए हुए महिला पुरुषों के सफल स्वास्थ्य की कामना करते हुए कहा कि आज के भाग दौड़ वाली जिंदगी में करें योग रहे निरोग का नारा सही चरितार्थ होताहै। प्राचार्य प्रोफेसर डॉ सुधांशु शेखर त्रिपाठी ने कहा कि योग की शुरुआत सृष्टि के आरंभ से ही है लेकिन योग के उपर बृहद अनुसंधान महर्षि पतंजलि के द्वारा किया गया। बीच के काल में एक तरह से योग को भूला ही दिया गया था लेकिन भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा एक अच्छी पहल की गई जिसके चलते 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का दर्जा मिला। आज के युग में योग के प्रचार प्रसार के लिए स्वामी रामदेव का भी योगदान भुलाया नहीं जा सकता। योग करने से शारीरिक स्वास्थ्य लाभ के अलावा मानसिक स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होता है। शरीर का हर अंग सही तरीके से कार्य करता है व्यक्ति के बौद्धिक क्षमता का विकास होता है।इस अवसर पर भारत विकास परिषद के सदस्यों के साथ महाविद्यालय के उपप्राचार्य डॉ राजा प्रसाद, प्रोफेसर डॉ उपेंद्र पर्वत, डॉ विजय गणेश यादव,डॉ दुर्गेश, डॉ शुभ नारायण तिवारी ,डॉ मनोज दुबे ,डॉ निभा, प्रकाश पांडेय अरुण पांडेय अश्वनी पाठक पंकज द्विवेदी मनोज तिवारी,आलोक जायसवाल, दीपक यादव ,अभिषेक, प्रकाश सिंह सहित सभी कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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विश्व योग दिवस पर द्रोणाचार्य इंटर कॉलेज में किया गया योगाभ्यास
लोकतंत्र न्यूज नेटवर्क,सिवान-विश्व योग दिवस पर शुक्रवार को द्रोणाचार्य उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज,दरौली के छात्र-छात्राओं को योग का प्रशिक्षण दिया गया इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार यादव ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि योग हमारे स्वस्थ जीवन के लिए अत्यंत ही जरुरी है वर्तमान समय में हम चाह कर भी स्वस्थ भोजन नहीं ले पा रहे हैं खासकर बच्चे तो जंक फूड के आदी होते जा रहे हैं जो कहीं ना कहीं आगे चलकर बड़े बीमारी को न्योता देता है उन्होंने बच्चों को शपथ दिलाया कि हम जंक फ़ूड का सेवन नहीं करेंगे तथा प्रतिदिन योग एवं व्यायाम करेंगे
विद्यालय के शारीरिक शिक्षक मनोज कुमार ने बच्चों को सूर्य नमस्कार, कपालभाति, अनुलोम विलोम, जैसे अनेक प्रकार के व्यायाम का प्रशिक्षण दिया तथा उनसे होने वाले फायदे को बताया इस मौके पर विद्यालय के वरीय शिक्षक प्रभाकर तिवारी व्याख्याता सुबोध कुमार सिंह तथा अन्य शिक्षकों ने ही बच्चों को संबोधित किया।
Sports
राष्ट्रीय दिव्यांग टी-20 क्रिकेट में कप्तान की हैट्रिक से बिहार ने झारखंड को 27 रनों से हराया
अनुभवी कप्तान आसीत सिंह की करिश्माई गेंदबाजी से बिहार की पहली जीत,अमित गौरव ने भी फिरकी में उलझाया
सचिन कुमार पर्वत, लोकतंत्र न्यूज़ नेटवर्क, उदयपुर-; उदयपुर में चल रहे तृतीय राष्ट्रीय दिव्यांग T-20 क्रिकेट प्रतियोगिता के लीग मैच में बिहार ने झारखंड को 27 रनों से हराया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बिहार की टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 129 रन बनाए। पंकज ने सर्वाधिक 37 रनों का योगदान दिया ।जवाब में रनों का पीछा करने उतरी झारखंड की टीम की शुरुवात खराब रही। बृजमोहन और शुवलेश ने नई गेंद से अच्छी गेंदबाजी की। बाद में कप्तान आसित तथा अमित की फिरकी के आगे झारखंड की टीम खराब शुरुवात से उबर नहीं पाई और पूरी टीम 19 ओवरों में 102 रनों पर सिमट गई। कप्तान आसित ने हैट्रिक विकेट लिया। हैट्रिक लेने वाले कप्तान आसित को मैन आफ द मैच घोषित किया गया। डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के अध्यक्ष राकेश कुमार गुप्ता ने टीम को जीत के लिए शुभकामना दी तथा तमिलनाडु का खिलाफ होने वाले मैच में भी अच्छा प्रदर्शन करने का उम्मीद जताया।
वहीं डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ बिहार के उपाध्यक्ष कुमार आदित्य ,सचिव रणजीत कुमार, कार्यकारी सदस्य अमित कुमार सिंह अलका गुप्ता, अभय कुमार ,पूर्वी बिहार के अध्यक्ष एवं अधिवक्ता रमन कुमार, मुंगेर प्रमंडल के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता प्रोफेसर अनिल भूषण ,सारण प्रमंडल के अध्यक्ष मणिकांत पांडे,समस्तीपुर जिले के अध्यक्ष डॉ राहुल मनहर ,शुभम कुमार समेत बिहार के तमाम क्रिकेट प्रेमी बिहार दिव्यांग क्रिकेट टीम की पहली जीत पर शुभकामनाएं एवं बधाई दी है।