उत्तर प्रदेश
नाश्ता बनाने वाले के मुंह पर एक बाराती ने दोना फेंक दिया, शुरू हो गई मारपीट
प्रतापगढ़-कुंडा। (दिव्य भाष्कर न्यूज) एक मामला यूपी के प्रतापगढ़ से सामने आया है। यहां शादी समारोह में लगे डीजे पर नशे में धुत बाराती डांस कर रहे थे। दूल्हा भी नशे में चूर था। शादी-बारातों में शराब पीना और फिर जमकर हुड़दंग मचाना जैसे आम बात हो गई हो। अक्सर शादी समारोह में बाराती नशे में देखे जाते हैं। कई बार तो दूल्हा भी बारातियों की संगत में पड़ कर नशे में अजीबो-गरीब हरकतें करना शुरू कर देते हैं, लेकिन बाद में उन्हें इसका खामियाजा भुगताना पड़ता है।
जानकारी के अनुसार नाश्ता बनाने वाले के मुंह पर एक बाराती ने दोना फेंक दिया। इसके बाद मारपीट शुरू हो गई। कुछ देर बाद जयमाल की रस्म शुरू हुई। रस्म खत्म होने के बाद जब दुल्हन वापस अपने घर जा रही थी तो इसी बीच दूल्हे ने दुल्हन का हाथ पकड़ लिया। नशेड़ी दूल्हे की इस हरकत को देखकर दुल्हन आग बबूला हो गई। दूल्हा दुल्हन से डीजे पर साथ में डांस करने की जिद कर रहा था। दूल्हे की हरकत को देखकर दुल्हन ने शादी से मना कर दिया। दुल्हन के शादी के इनकार करने की खबर से बारातियों और जनातियों में हड़कंप मच गया। इसके बाद वहां जमकर मारपीट शुरू हो गई। लड़की वालों ने दूल्हे और नशेड़ी बारातियों को बंधक बना लिया। काफी मान मनव्वल के बाद बारातियों को छोड़ दिया गया, लेकिन दूल्हे व उसके परिजनों को नहीं छोड़ा। घराती शादी का खर्च वापस करने की मांग करने लगे।
मानधाता पुलिस को सूचना दी गई लेकिन पुलिसवालों ने कहा कि सुबह नौ बजे आएंगे। उसके पहले सारी पंचायत खत्म कर लें। रविवार को मानधाता पुलिस की मौजूदगी में दुल्हन से पूछा गया तो उसने शादी से इनकार कर दिया। इसके बाद दुल्हन के परिजनों ने शादी में हुए खर्च के लिए चार लाख रुपये और एक लाख रुपये जेवर के मांगे। दूल्हा पक्ष के लोगों ने पांच लाख रुपये का भुगतान किया। इसके बाद दूल्हे व उसके परिजनों को छोड़ा गया। मानधाता एसओ श्रवण कुमार सिंह का कहना है कि दोनों पक्षों ने आपस में समझौता कर लिया और पुलिस को किसी ने कोई तहरीर नहीं दी।
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Inclusive Education Need for Curriculum Development विषय पर एक दिवसीय सतत पुनर्वास शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित
समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण केन्द्र (सी.आर.सी.) – गोरखपुर (एन.आई.ई.पी.वी.डी.) दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मन्त्रालय, भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन माध्यम से Inclusive Education Need for Curriculum Development विषय पर एक दिवसीय सतत पुनर्वास शैक्षिक कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया।
इस कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों एवं राज्यों से पुनर्वास व्यावसायिकों ने प्रतिभाग किया ।
उत्तर प्रदेश
सीआरसी गोरखपुर में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
लोकतंत्र न्यूज़ नेटवर्क, गोरखपुर-; सीआरसी गोरखपुर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। इस अवसर पर स्थानीय महाराणा प्रताप बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या सुश्री कृष्णा चटर्जी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रही। सुश्री चटर्जी ने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं तथा हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उनके कार्यों की सराहना और सम्मान करें। बतौर विशिष्ट अतिथि सेंट जोसेफ कॉलेज फॉर वूमेन की सहायक प्राध्यापक प्रीति दुबे एवं सावित्री कॉलेज आफ नर्सिंग की सहायक प्राध्यापक सुश्री प्रतीक्षा जाॅन भी उपस्थित रही। सीआरसी गोरखपुर के निदेशक श्री जितेंद्र यादव ने कहा कि आज यदि महिलाएं जीवन के हर क्षेत्र में प्रगति कर रही हैं तो हमें सकारात्मक सोच रखते हुए सहयोग करना चाहिए। जिससे उनको बराबरी का हक मिल सके। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक सुश्री संध्या सिंह ने किया इस अवसर पर बड़ी संख्या में दिव्यांगजन और उनके अभिभावक, सुश्री अजीता श्रीवास्तव एवं संगीता गुप्ता सहित सीआरसी गोरखपुर के सभी अधिकारी कर्मचारी गण मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार ने सीआरसी गोरखपुर के नए प्रशासनिक भवन का किया उद्घाटन
लोकतंत्र न्यूज़ नेटवर्क, गोरखपुर-;
केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने बुधवार को सीआरसी गोरखपुर कब नये प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया।विकलांग व्यक्तियों के पुनर्वास में उत्कृष्टता की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।इस उद्घाटन समारोह के आयोजन में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री भारत सरकारडॉ. वीरेंद्र कुमार,गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला सहित अन्य विशिष्ट अतिथिगण मौजूद रहे।
उद्घाटन समारोह के दौरान, सम्मानित अधिकारियों, विशेष रूप से राजेश अग्रवाल (आईएएस), डीईपीडब्ल्यूडी के सचिव राजेश यादव (आईएएस), डीईपीडब्ल्यूडी के संयुक्त सचिव व डीईपीडब्ल्यूडी के संयुक्त सचिव राजीव शर्मा (आईएफओएस) की भी गरिमामयी मौजूदगी ने वस्तुतः इस अवसर का महत्व बढ़ाया।